आपको जानकर प्रसन्नता होगी कि "सृजन से" का जन०-मार्च २०११ अंक महिलाओं पर केन्द्रित किया गया है।
इस अंक में....
पुरुष प्रधान समाज में अपनी अस्मिता को बनाये रखने के लिये महिलाओं को विशेष संघर्ष करना पडता है।
विषय पर अपने-अपने क्षेत्र विशेष में उल्लेखनीय योगदान दे रही महिलायें जैसे श्रीमती ईरा पाण्डे - साहित्यकार (पुत्री स्व० श्रीमती शिवानी पंत), श्रीमती नईमा खान उप्रेती जी - वरिष्ठ रंगकृमी, श्रीमती पुर्णिमा पाण्डे जी - सुप्रसिद्व कथक नृत्यागणा, श्रीमती अनामिका जी - लेखिका व कवियत्री, श्रीमती बेला नेगी जी - फ़िल्म मेकर व लेखिका इत्यादि के विचार उपलब्ध हैं।
इसके साथ ही पत्रिका में महिलाओं की उपलब्धियों और स्थिती पर बहुत कुछ और भी इस अंक में पढा जा सकता है.......
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